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पिता का नाम
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श्री चन्दनगौड़
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माता का नाम
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श्रीमती बालव्वा
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जन्म तिथि
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01/06/1951
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जन्म स्थान
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हेब्बाली, जिला-बागलकोट (कर्नाटक)
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वैवाहिक स्थिति
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विवाहित
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विवाह की तिथि
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06/02/1976
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पति/पत्नी का नाम
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श्रीमती सावित्री
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पुत्रों की संख्या
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1
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पुत्रियों की संख्या
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1
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शैक्षिक योग्यता
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बी. ए., एलएल. बी., (स्पेशल) बसवेश्वर विद्या वर्धक कॉलेज, बगलकोट और राजा लोखमगौडा लॉ कॉलेज, बेलगाम, कर्नाटक से शिक्षा ग्रहण की
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व्यवसाय
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एडवोकेट
कृषक
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स्थायी पता
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पी.सी. गद्दीगौडरगद्दीगौडरअनुग्रह निवास, लक्ष्मीनगर, बदामी,
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जिला बागलकोट-587102, कर्नाटक
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दूरभाष: (08357) 220164, 09868180612, 09448137164(मो.)
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वर्तमान पता
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फ्लैट नं. 704, नर्मदा अपार्टमेंट,
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डॉ. बी.डी. मार्ग, नियर आर.एम.एल. अस्पताल
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नई दिल्ली - 110 001
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दूरभाष : (011) 23314162, 09868180612 (मो.)
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जिन पदों पर कार्य किया
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1988 - 1994
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सदस्य, कर्नाटक विधान परिषद
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2004
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चौदहवीं लोक सभा के लिए निर्वाचित
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5 अगस्त 2006 - 4 अगस्त 2008
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सदस्य, विदेश मामलों संबंधी स्थायी समिति
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5 अगस्त 2008
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सदस्य, विदेश मामलों संबंधी स्थायी समिति
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2009
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पन्द्रहवीं लोक सभा के लिए पुन: निर्वाचित (दूसरा कार्यकाल)
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31 अगस्त 2009
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सदस्य, मानव संसाधन विकास संबंधी समिति
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23 सितम्बर 2009
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सदस्य, गैर-सरकारी सदस्यों के विधेयकों और संकल्पों संबंधी समिति
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मई, 2014
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16वीं लोक सभा के लिए पुन: निर्वाचित (तीसरा कार्यकाल)
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14 अगस्त 2014 से
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सदस्य, प्राक्कलन समिति
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1 सितम्बर 2014 से
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सदस्य, सभा पटल पर रखे गए पत्रों संबंधी समिति
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सदस्य, वित्त संबंधी स्थाई समिति
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3 जुलाई 2015 से
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सदस्य, उप-समिति-तीन, प्राक्कलन समिति
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25 अगस्त 2015 से
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सदस्य, पंचायती राज विषय संबंधी उप-समिति प्राक्कलन समिति
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सदस्य, परामर्शदात्री समिति, सड़क परिवहन और राजमार्ग तथा पोत परिवहन मंत्रालय
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1 सितम्बर, 2018 से
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सदस्य, परिवहन, पर्यटन और संस्कृति संबंधी स्थायी समिति
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मई, 2019
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सत्रहवीं लोक सभा के लिए पुन: निर्वाचित
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सामाजिक और सांस्कृतिक कार्यकलाप
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1970 के दशक के शुरू में छात्र आंदोलन में शामिल होने के साथ प्रचलित मुद्दों पर प्रमुखता के साथसामाजिक जीवन शुरू हुआ । समाज के सताए गए और अवसादग्रस्त वर्गों के उत्थान के लिए दृढ़तापूर्वक कार्य करते रहे । मोटे तौर पर विभिन्न सामाजिक, सांस्कृतिक गतिविधियों में शामिल रहे और कई सांस्कृतिक संगठनों के साथ जुड़े हुए हैं । काम ही पूजा है यह पूरे जीवन का मंत्र रहा है । कर्नाटक के बागलकोट क्षेत्र में किसानों और दलितों की आजीविका में सुधार लाने और उनमें स्वाभिमान की भावना पैदा करने के लिए विभिन्न परियोजनाओं का संचालन किया ।
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विशेष अभिरुचि
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सामाजिक कार्य, राष्ट्रीय विकास, विभिन्न माध्यमों से गरीब और दिव्यांग व्यक्ति की सेवा करना। सतत विकास के लिए प्रयास। हथकरघा, हस्तकला, पर्यटन को बढ़ावा देने, जैविक खेती को बढ़ावा देने में गहरी रुचि। धरती मां की रक्षा के लिए पारिस्थितिकी संतुलन के संरक्षण के बारे में जागरूकता पैदा करना।
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आमोद-प्रमोद और मनोरंजन
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पढ़ना,भारतीय इतिहास दर्शाने वाले वृत्तचित्र देखना, जनसंवाद, जैविक खेती।
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खेलकूद और क्लब
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स्कूल और कॉलेज के दिनों में शतरंज, वॉलीबॉल, कबड्डी खेली और कभी-कभार तैरने का आनंद लिया
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अन्य जानकारी
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राष्ट्रवादी और समाजवादी विचारों से प्रभावित। किसानों, मजदूरों, युवाओं और पिछड़े वर्गों के अधिकारों और कल्याण के लिए हमेशा खड़े रहे। एक साधारण पृष्ठभूमि से निकलकर दृढ़ संकल्प और दृढ़ विश्वास के साथ अपने लक्ष्यों को आगे बढ़ाने के लिए मानवता के लिए लड़ने का फैसला किया। हमेशा लोगों को उनके अधिकारों और कर्तव्यों के बारे में शिक्षित करके कानूनी जागरूकता पैदा करने के लिए प्रयास किया और ग्रामीण क्षेत्रों में उन लोगों के बुनियादी अधिकारों को लागू कराने में भी मदद की ।
अन्य पद जिन पर कार्य किए
अध्यक्ष (1986-1987), कर्नाटक राज्य की जिला पुनर्गठन समिति ; अध्यक्ष, नेहरू युवक केंद्र, हेब्बाली, जिला बागलकोट, कर्नाटक; अध्यक्ष, बार एसोसिएशन, बादामी जिला बगलकोट,कर्नाटक
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